15 अक्टूबर 2022 16:55
ये डॉक्टर साहब अपनी टेस्टिंग लैब ज्यादा चलाते हैं मर्ज कोई भी हो सीबीसी केएफटी यूरिन टेस्ट तो ऐसे लिखते है जैसे फ्री सेवा हो जरा देर और रुक गए तो अल्ट्रासाउंड फिर पता चला मेडिक्लेम है तो एडमिट हो जाओ आहूजा नर्सिंग होम बाकी फीस 500 तो पहले जमा हो जाती हैं मरीज कम होते जा रहे हैं डॉक्टर साहब के पैसे की भूख बड़ रही है बाकी डॉक्टर साहब बहुत अच्छे और पुराने हैं
04 सितंबर 2022 18:04
ये डॉक्टर मेडिसीन पूरे 1 ईयर तक चलाता ही रहता है, कभी भी दवाई का अंत नही करता, चाहे मर्ज छोटा हो बड़ा, बस एक बार रमेश अरोरा से मिल लिए तो हमेसा मिलते ही रहिये और 500 रुपये फीस भी भरते रहिये

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